यह बात किसी से छुपी हुई नही है की राम मंदिर आंदोलन में अगर किसी व्यक्ति का त्याग और सच्चा राम भक्त होने की बात आती है तो उसमे कोठारी बंधु के बाद कल्याण सिंह का नाम सबसे ऊपर आता है। जैसे कोठारी बंधुओ ने प्रभु श्री राम के लिए अपनी जान न्योछावर कर दिया था वैसे ही कल्याण सिंह से अपनी CM की कुर्सी त्याग दी थी। जब राम मंदिर आंदोलनों से जुड़े हुए त्यागो की गिनती होती उनमे ये नाम जरूर गिना जाता है।
कल्याण सिंह अब चर्चा में क्यो?
शेर अब बूढ़ा हो चुका है। तबियत खराब रहने लगी है लेकिन जब तबियत नाजुक हो गयी तो अस्पताल में भर्ती कराया गया। खबर योगी जी तक पहुच गयी। योगी जी वो व्यक्ति है जो अपने आदर्श लोगो के लिए दिल में जो सम्मान है उसे दादिअव बरकरार रखते है। योगी जी को पता चला की यूपी के पूर्व CM कल्याण सिंह की हालात नाजुक है और लखनऊ में उनका इलाज चल रहा है। योगी जी तुरंत अधिकारियों के साथ पहुचने का निर्णय लेते है। योगी जी अस्पताल पहुचते है। अस्पताल का महकमा सकते में आ जाता है की अचानक योगी जी यहाँ कैसे। योगी कल्याण सिंह के पास पहुच के पहले तो उनका आशीर्वाद लेते है फिर समस्या पूछते है। कल्याण सिंह कुछ बोल पाने की स्तिथी में भी नही थे लिहाजा डॉक्टर योगी जी को पूरी स्तिथि बताते है। योगी जी अस्पताल के स्टाफ को निर्देश देते है की कल्याण जी की देखभाल में कोई कमी नही रहनी चाहिए। योगी जी CM आफिस लौट आते है।
दिल्ली के नेताओ तक बात कैसे पहुँची?
योगी जी के हैंडल से ट्वीट हुआ "आज लखनऊ स्थित डॉ.राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान पहुंचकर राजस्थान के पूर्व राज्यपाल एवं उ.प्र. के पूर्व CM श्री कल्याण सिंह जी के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्राप्त की व डॉक्टरों को देखभाल हेतु निर्देशित किया। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि आपको शीघ्र स्वस्थ करें।"
ट्वीट दिल्ली के नेताओ तक पहुँचता है।
अब दिल्ली के BJP आला कमान भी लखनऊ पहुँचता है और कल्याण जी को देखने अस्पताल जाता है।
अब अस्पताल भी बदला जा चुका था। पहले इलाज राम मनोहर लोहिया में चल रहा था योगी जी ने मिल कर निर्देशित किया तो इलाज अब और अच्छे अस्पताल SGPGI में शुरू हुआ। BJP अध्यक्ष अस्पताल पहुँच के कल्याण जी से मिलते है। उनके साथ CM योगी जी, BJP General Secretory BL संतोष भी थे। UP BJP Chief स्वतंत्र देव सिंह भी साथ थे।
अपने गुरु नेताओ के प्रति ऐसा सम्मान केवल भारतीय जनता पार्टी में देखने को ही मिलता है। एक नही बल्कि बार बार ऐसे मौके आये है जब BJP ने साबित किया है की वो अपने गुरु नेताओ के प्रति कितनी आस्था की भावना रखते है।