मंगलवार, 6 जुलाई 2021

क्या सच में मोहन भागवत ने वो बात बोली थी जो सोशल मीडिया पे फैला दी गयी?

  The Rashtrawadi       मंगलवार, 6 जुलाई 2021

नमस्कार दोस्तो, इसी हफ्ते की बात है RSS के सर संघचालक मोहन जी भागवत RSS के ही मुस्लिम विंग राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के एक कार्यक्रम में गए हुए थे और कार्यक्रम में उन्होंने जो स्पीच दी उसपे घमासान मच गया। सोशल मीडिया पोस्ट की माने तो मोहन जी भागवत ने अपने भाषण में कहा की 'यह देश सिर्फ हिन्दुओ का नही है इस देश पे मुसलमानों का भी उतना ही अधिकार है जितना हिन्दुओ का' साथ साथ ही साथ सोशल मीडिया पोस्ट में ये भी दावा किया गया था की मोहन जी ने ये भी कहा है की 'हिन्दुओ और मुसलमानों को अब एक साथ मिलकर रहना सीखना होगा' और फिर क्या था बवाल मचाने के लिए ये आधी अधूरी पोस्ट काफी थी। मोहन भागवत को कई हिन्दू सोशल मीडिया पे भला बुरा बोलने लगे, मसलन एक यूजर ने लिखा; तो क्या मैं मोहन जी की इस बात से ये समझू की हमे अब हिन्दुराष्ट्र बनाने के लिए काम नही करना है? एक यूजर ने तो हद ही पार कर दी और उसने नारकोटिक्स विभाग को टैग करते हुए लिखा की NCB को अब मोहन भागवत के आवास पे रेड मार कर ये पता लगाना चाहिए की कही ये कोई नशा  तो नही कर रहे है। एक यूजर ने लिखा की 'अब तक तो हम इकॉनमी और बेरोजगारी पर सवाल इसीलिए नही उठा रहे थे की बदले में हमे एक सुरक्षित हिन्दू राष्ट्र मिलेगा लेकिन अब तो हिन्दू राष्ट्र बना नही है तो एक काम करो भागवत जी अपने मित्र मोदी से बोलो की अब फटा फट हमे नौकरियां देने का काम शुरू करे वरना इस बार तो BJP को वोट नही ही दूंगा। 

खैर ये सब बात तो थी सोशल मीडिया की 


सच क्या है?

सच ये है की मोहन भागवत ने ये वाक्य जरूर बोले थे लेकिन इन वाक्यो में आगे भी कुछ था जो जानबूझ कर सोशल मीडिया पे लोग लिखना भूल गए जिससे ये सब रायता फैल गया। मसलन, मोहन भागवत ने ये जरूर कहा की 'ये देश सिर्फ हिन्दुओ का नही बल्कि मुसलमानों का भी है क्योंकि हम दोनो के पूर्वज एक है'। अब कोई आम आदमी भी होता जिसकी थोड़ी बहुत ही राजनीति में रुचि होती तो ये बात समझ जाता की मोहन जी भागवत ये कहना चाह रहे है हिन्दू हो या मुसलमान हो उसका पूर्वज एक ही है यानी की उनका पूर्वज हिन्दू ही है। तो अब बताइये की क्या गलत कहा मोहन जी ने? 


दूसरी बात जो मोहन जी के हिन्दू मुस्लिम एकता को लेकर कही की 'जो आज कल हिन्दू मुस्लिम को एक करने की बात चल रही है मैं उसमे विश्वास नही रखता हू क्योंकि मैं ये मानता हु की हिन्दू मुस्लिम कभी अलग नही थे, है ये सच है की हमारी पूजा पद्धति अलग है लेकीन हमारे पूर्वज तो एक ही है रहे है तो जो भी ये कहता है हिन्दू मुस्लिम एक साथ नही रह सकते वो हिन्दू नही है। तो बात वही की हमारे पूर्वज एक ही है यानी की हिन्दू है तो इसमे मोहन जी ने क्या गलत बोला। 


सोशल मीडिया सर्फ करने के दौरान एक पोस्ट देखने को मिली जिसमे लिखा था की " RSS आज तक किसी हिन्दू को बचाने नही आया इसीलिए मैं मानता हु की संघ हिंदुत्व के नाम पे हिन्दूओ को चुना लगा रहा है"। तो इसी पोस्ट पे किसी ने खूबसूरत सा रिप्लाई दिया था की " संघ हिन्दुओ को नही बनाता है बल्कि हिन्दुओ की एकता व जागरुकता से संघ है।" 

बात भी सच, इसीलिए हमे सोशल मीडिया की ऐसी भ्रामक पोस्ट से बचना चाहिए और सच्चाई की तह तक जाना चाहिए। क्योंकि दुख होता है की एक ऐसा संगठन जो की देश में आने वाली हर विपत्ति में देशवाशियो के साथ खड़ा रहा आज उसे बुरा भला सुनने को मिला तो ये तो कोई अच्छी बात नही है। 


बाकी एक सच्चाई ये भी है अगर हम हिन्दू मोहन जी भागवत की बात को और इरादों को इतना अच्छी तरीको से हम सच में समझते जितना हम समझने का दिखावा करते है तो कब का हिन्दू राष्ट्र बन गया होता है। 

इसीलिए कभी कभी शब्दो के बजाय भावनाओ को भी समझना चाहिए। 

तो नीचे कमेंट कर के जरूर बताये की कहीं आप भी तो उन लोगो में से नही है जिन्होंने मोहन जी को गलत समझा था?

और हा, आप इस मुद्दे को लेकर क्या सोचते है वो भी नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर कमेंट कीजियेगा क्योंकि आप सबकी राय जानके हमे भी अच्छा लगता है। 


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